काला काला सब कहते है,
काला सब से आला है,
काली पुतली, काला सुरमा,
आंख में रहने बाला है,
एक काले पे प्रथ्वी रखी,
एक सुदर्शन वाला है,
एक चलाते तीर कमान,
एक हरदम जपते माला है,
तो इस काले से नेह जोड़ लो,
क्योंकि इस का भी खेल निराला है,
ए काली मैया तुझे मनाऊ,
क्यों कि तेरा भी रंग काला है,
जय काली जय काली, जय काली जय काली,
जय काली जय काली,
जय काली जय काली, जय काली जय काली,
जय काली जय काली,
छम, छम, छम, छम,
छम छम छम काली माई निकली,
माई निकली,
पंडा के संग काली माई निकली,
छम छम छम काली माई निकली,
पंडा के संग काली माई निकली,
माई निकली हो काली माई निकली,
माई निकली हो काली माई निकली,
छम छम छम काली माई निकली,
माई निकली,
पंडा के संग काली माई निकली,
झण्डा भवन पे फर फर लहराए,
मंदिर के ढोल बाजे घंटा नगाड़े गूंजे,
जगमग ज्योत जलाए हो मां,
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चाहूं दिश मां की महिमा बिखरी,
चाहूं दिश मां की महिमा बिखरी,
छम छम छम काली माई निकली,
माई निकली,
पंडा के संग काली माई निकली,
हंसा चाल मृग नैन भवानी आई मंदिर में,
माई के द्वारे एक ज्योत जली है,
राजा हिमाचल करत आरती,
बजत झांझ मृदंग संख ध्वनि
ता था थाई, ता था थाई, होय जहां,
तेरे भवन पे बाजे डंका कांकलन मां,
कंकालन मां, कंकालन मां,
जगतरण मां,
तेरे भवन पे बाजे डंका कांकलन मां,
पंडा बाबा खेल रहो भाव उचट रहो अंगना में,
पंडा बाबा खेल रहो भाव उचट रहो अंगना में,
पंडा नारियल ले, हो पंडा निबुआ ले,
पंडा बाना ले,
पंडा बाबा खेल रहो भाव उचट रहो अंगना में,
मैया कालो की महाकाल कालका जय काली,
मैया रुप धरे विकराल कालिका जय काली,
लप लप जीव है लाल निकली,
मुण्डन माल गले में डाली,
लप लप जीव है लाल निकली,
मुण्डन माल गले में डाली,
हाथ में खप्पर लाल कालिका जय काली,
मैया कालो की महाकाल कालका जय काली,
मैया रुप धरे विकराल कालिका जय काली,
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